lyrics shiv chalisa Secrets

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त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥

स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वदा भर्गभावानुरक्तः ।

तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

देवनः यदा यदा गच्छति स्म तदा तदा आहूतवान्।

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

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. शिव चालीसा click here लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

कीन्ह दया तहँ करी सहाई । नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥

बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें

सङ्कट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

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